बुधवार, 25 जून 2025

सोने-चांदी के दामों में फिर से हलचल, निवेशकों की निगाहें वैश्विक संकेतों और त्योहारी सीज़न पर टिकीं

                            

भारत में सोने और चांदी की कीमतों में इस हफ्ते एक बार फिर से हलचल देखने को मिल रही है। जहां कुछ दिन पहले तक भाव स्थिर नजर आ रहे थे, वहीं अब अंतरराष्ट्रीय संकेतों, डॉलर की स्थिति और घरेलू मांग के चलते दोनों धातुओं में तेजी व गिरावट का मिश्रित रुख दिखाई दे रहा है।

सोने की बात करें तो बुधवार सुबह तक 10 ग्राम 24 कैरेट सोना ₹71,850 पर ट्रेड हो रहा था, जो मंगलवार के मुकाबले ₹150 कम है। वहीं चांदी 1 किलो के भाव में ₹250 की तेजी के साथ ₹91,200 पर पहुंच गई। यह उतार-चढ़ाव न केवल स्थानीय बाजार को प्रभावित कर रहा है बल्कि छोटे निवेशकों को भी उलझन में डाल रहा है।

📊 क्यों हो रही है यह अस्थिरता?

इस समय बाजार कई अंतरराष्ट्रीय और घरेलू कारकों से प्रभावित हो रहा है:

  1. अमेरिकी फेडरल रिजर्व की ब्याज दर नीति:
    हाल ही में अमेरिकी फेड के एक सदस्य ने बयान दिया कि साल के अंत तक एक बार फिर ब्याज दरें घटाई जा सकती हैं। इस बयान से डॉलर कमजोर हुआ है, जिससे सोने की कीमतें अंतरराष्ट्रीय बाजार में चढ़ीं।

  2. डॉलर इंडेक्स में गिरावट:
    जब डॉलर कमजोर होता है, तो निवेशक सुरक्षित विकल्प के तौर पर सोने में पैसा लगाते हैं। इसका सीधा असर भारतीय बाजार पर भी पड़ता है।

  3. मिड-सीज़न वेडिंग और रक्षाबंधन की मांग:
    भले ही प्रमुख त्योहार कुछ हफ्ते दूर हों, लेकिन रक्षाबंधन, छोटी शादियां और रिटेल लेवल पर हल्की खरीदारी ने मांग में स्थिरता बनाई हुई है।

  4. चीन और मिडिल ईस्ट से गोल्ड खरीद की बड़ी खबरें:
    ग्लोबल गोल्ड काउंसिल की रिपोर्ट के मुताबिक, चीन ने मई में बड़ी मात्रा में सोना खरीदा है, जिससे अंतरराष्ट्रीय बाजार में अचानक तेजी आई।

🪙 भारतीय सर्राफा बाजार का हाल

शहर 24 कैरेट सोना (10 ग्राम) चांदी (1 किलो)
दिल्ली ₹71,850 ₹91,200
मुंबई ₹71,700 ₹90,850
कोलकाता ₹71,750 ₹91,000
चेन्नई ₹72,200 ₹91,450
लखनऊ ₹71,900 ₹91,300
इन दामों में टैक्स और मेकिंग चार्ज शामिल नहीं होते।

🧠 विशेषज्ञों की राय

आशीष कपूर, वरिष्ठ विश्लेषक, Motilal Oswal के अनुसार:

"फिलहाल सोने में हल्की गिरावट एक buying opportunity हो सकती है। जिन लोगों ने लॉन्ग टर्म के लिए SIP या ETF में निवेश किया है, उनके लिए यह सही समय हो सकता है थोड़ा एक्सपोजर बढ़ाने का।"

निशा अग्रवाल, रिटेल ज्वेलरी सलाहकार कहती हैं:

"त्योहारों से पहले कीमतें थोड़ी स्थिर हो सकती हैं, लेकिन सितंबर से फिर तेजी की उम्मीद है। इसलिए अगर आप फिजिकल गोल्ड खरीदना चाहते हैं, तो अगस्त तक की योजना बना सकते हैं।"

🛡️ क्या निवेश करना अभी समझदारी है?

अगर आप निवेशक हैं, तो यह समझना जरूरी है कि:

  • फिजिकल गोल्ड में निवेश तभी करें जब लंबी अवधि के लिए सोच रहे हों

  • डिजिटल गोल्ड या Gold ETFs अब बेहतर विकल्प माने जा रहे हैं

  • चांदी भी अब केवल गहनों तक सीमित नहीं रही — इलेक्ट्रिक वाहन और सोलर इंडस्ट्री में इसका उपयोग बढ़ रहा है, जिससे इसकी कीमतों में भी दीर्घकालिक तेजी आ सकती है

🔮 अगले 15 दिनों का अनुमान:

संभावित ट्रिगर प्रभाव
फेड ब्याज दर में बदलाव   सोने में उछाल
डॉलर की मजबूती   सोने में गिरावट
घरेलू मांग बढ़ना    भाव स्थिर या थोड़ी तेजी
कच्चे तेल की कीमतों में बदलाव    अप्रत्यक्ष असर

विशेषज्ञों के अनुसार ₹70,500–₹72,500 के बीच सोने की कीमत कुछ दिन तक घूम सकती है। वहीं चांदी ₹90,000–₹93,000 के दायरे में बनी रह सकती है।

🧾 आम ग्राहकों को क्या करना चाहिए?

  1. अभी के समय को “प्री-सीज़न कूलिंग ऑफ” माना जा रहा है — यानी यह समय कम कीमत पर खरीद का हो सकता है

  2. अगर गहनों की खरीद करनी है, तो अगस्त से पहले की प्लानिंग बेहतर मानी जा रही है

  3. निवेश के लिए डिजिटल प्लेटफॉर्म चुनें ताकि मेकिंग चार्ज और टैक्स से बचा जा सके

  4. चांदी में निवेश सोच-समझकर करें क्योंकि यह वोलाटाइल रहती है


🔚 निष्कर्ष:

इस हफ्ते सोने-चांदी की कीमतों में जो हलचल देखी जा रही है, वह बाजार की आने वाली दिशा का संकेत दे सकती है। निवेशकों और आम ग्राहकों दोनों को अब ज्यादा सतर्क और अपडेट रहना होगा। जहां एक ओर फेड की नीतियां और डॉलर की चाल बड़ी भूमिका निभाएंगी, वहीं दूसरी ओर भारत की पारंपरिक मांग ही बाजार को स्थिर बनाए रखेगी।

अगर आप सोच रहे हैं खरीदारी की, तो यही वह समय है जब सही रिसर्च और सही निर्णय आपको मुनाफे की दिशा में ले जा सकता है।