📡 PM मोदी ने किया डिजिटल इंडिया 2.0 का शुभारंभ: तकनीकी आत्मनिर्भरता की ओर एक बड़ा कदम
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज नई दिल्ली में बहुप्रतीक्षित डिजिटल इंडिया 2.0 अभियान का शुभारंभ किया। यह पहल देश को तकनीकी रूप से और अधिक आत्मनिर्भर, पारदर्शी और डिजिटल रूप से सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इस कार्यक्रम का उद्देश्य न सिर्फ शहरी इलाकों में, बल्कि गांवों और दूरदराज के क्षेत्रों में भी डिजिटल सुविधाओं का विस्तार करना है।
डिजिटल इंडिया 1.0 की सफलता को देखते हुए अब इसका दूसरा चरण और भी उन्नत तकनीकों, सेवाओं और नागरिक सहभागिता को केंद्र में रखकर शुरू किया गया है। प्रधानमंत्री ने कहा,
“डिजिटल इंडिया 2.0 केवल एक तकनीकी पहल नहीं, बल्कि देश के भविष्य की नींव है। यह भारत को डिजिटल शक्ति बनाएगा, जहां हर नागरिक को सेवाएं उनके फोन या कंप्यूटर पर उपलब्ध होंगी।”
इस अभियान के तहत कई नई योजनाओं की घोषणा की गई है:
AI आधारित सरकारी सेवाएं: अब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से शिक्षा, स्वास्थ्य और कृषि सेवाएं ऑटोमेटेड और अधिक प्रभावी होंगी।
डिजिटल ग्राम योजना: देश के हर गांव को फाइबर नेटवर्क से जोड़ा जाएगा, जिससे ग्राम पंचायत स्तर तक इंटरनेट की सस्ती और तेज़ पहुंच सुनिश्चित की जा सके।
ई-गवर्नेंस को मजबूती: सभी सरकारी सेवाएं एक ही पोर्टल पर एकत्र की जाएंगी, जिससे नागरिकों को कागज़ी प्रक्रिया से छुटकारा मिलेगा।
साइबर सुरक्षा अभियान: डिजिटल लेन-देन बढ़ने के साथ-साथ सरकार ने साइबर सुरक्षा को भी सर्वोच्च प्राथमिकता दी है। देशभर में साइबर जागरूकता कैंपेन चलाए जाएंगे।
PM मोदी ने यह भी बताया कि डिजिटल इंडिया 1.0 के तहत देशभर में 13 लाख से अधिक CSC (कॉमन सर्विस सेंटर) खोले गए, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को आधार, पेंशन, बिजली बिल, बैंकिंग और अन्य सेवाएं घर के पास मिल सकीं। अब Digital India 2.0 के तहत इन सेवाओं को और विस्तारित किया जाएगा।
इस अवसर पर इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने भी बताया कि इस योजना के तहत अगले 3 वर्षों में ₹1.2 लाख करोड़ का निवेश किया जाएगा, जिससे लगभग 10 लाख युवाओं को डिजिटल क्षेत्र में रोजगार के अवसर मिलेंगे।
डिजिटल इंडिया 2.0 का विशेष फोकस डिजिटल शिक्षा और डिजिटल स्वास्थ्य पर है। सरकार ने स्कूलों और कॉलेजों में स्मार्ट क्लास, ऑनलाइन शिक्षा प्लेटफॉर्म, और टेलीमेडिसिन सेवाओं को व्यापक रूप से लागू करने की योजना बनाई है। डिजिटल लाइब्रेरी, डिजिटल यूनिवर्सिटी और डिजिटल हेल्थ कार्ड जैसी सुविधाएं अब देशभर में आम होंगी।
इसके अलावा छोटे व्यापारियों और स्टार्टअप्स को भी डिजिटल टूल्स और क्रेडिट सुविधाएं दी जाएंगी ताकि वो भी ग्लोबल स्तर पर प्रतिस्पर्धा कर सकें।
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में युवाओं को विशेष रूप से संबोधित करते हुए कहा,
“युवा ही भारत के डिजिटल भविष्य के निर्माता हैं। हमें गर्व है कि हमारे युवा स्टार्टअप्स, इनोवेशन और टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में दुनिया को नेतृत्व दे रहे हैं।”
डिजिटल इंडिया 2.0 को लेकर आम जनता से लेकर तकनीकी विशेषज्ञों और उद्योग जगत में भी उत्साह देखा जा रहा है। सोशल मीडिया पर #DigitalIndia2.0 और #TechPoweredBharat जैसे हैशटैग ट्रेंड कर रहे हैं।