रविवार, 15 जून 2025

कर्नाटक में औलाद की अहमियत बताई: मुख्यमंत्री बोम्मई का भावुक बयान, रेस्क्यू ऑपरेशन जारी


कर्नाटक के कई जिलों में पिछले कुछ दिनों से हो रही भारी बारिश ने गंभीर संकट खड़ा कर दिया है। बेंगलुरु, शिवमोग्गा, कोडगु, हसन और चिकमंगलूरु जैसे इलाकों में लगातार बारिश से बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई है। नदियां उफान पर हैं और जलभराव के चलते सैकड़ों घरों में पानी घुस गया है। इस आपदा के बीच मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई का एक भावुक बयान सामने आया है, जिसने लाखों दिलों को छू लिया है।


रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान एक मां अपने बच्चे को पानी में फंसे देख कर खुद की जान जोखिम में डालकर उसे बचाने पहुंच गई। जब यह दृश्य मुख्यमंत्री ने मौके पर देखा, तो भावुक हो उठे। उन्होंने पीड़ित परिवार से मिलते हुए कहा –

"औलाद से बढ़कर कुछ नहीं होता। मां का प्रेम और बलिदान अनमोल है। हम सरकार की ओर से यह विश्वास दिलाते हैं कि हर बच्चे की सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है।"


मुख्यमंत्री का यह बयान सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। ट्विटर पर #AuladSabseBadi और #CMBommai ट्रेंड करने लगे। आम लोग, सामाजिक कार्यकर्ता और फिल्मी हस्तियों ने बोम्मई की संवेदनशीलता की प्रशंसा की।


सरकार ने तत्काल राहत के लिए ₹10 करोड़ जारी किए हैं। अब तक 700 से अधिक लोगों को NDRF और SDRF की टीमों द्वारा सुरक्षित बाहर निकाला गया है। इनमें से 200 बच्चे, 150 महिलाएं और 50 बुजुर्ग शामिल हैं। जिन इलाकों में सड़क संपर्क पूरी तरह टूट चुका है, वहां हेलिकॉप्टर द्वारा राहत सामग्री पहुंचाई जा रही है।


राज्य सरकार ने लगभग 100 से ज्यादा अस्थायी राहत केंद्र बनाए हैं, जहां पीड़ित परिवारों को भोजन, शुद्ध पानी, दवाइयां, बच्चों के लिए दूध और महिलाओं के लिए आवश्यक सामग्री दी जा रही है। बारिश के कारण स्कूलों को भी अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया है।


मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन लोगों के मकान पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो चुके हैं, उन्हें पुनर्वास योजना के तहत नया मकान देने की प्रक्रिया जल्द शुरू की जाएगी। साथ ही, प्रत्येक पीड़ित परिवार को ₹50,000 की तात्कालिक सहायता राशि देने की घोषणा की गई है।


प्रशासन ने 24x7 हेल्पलाइन नंबर 1800-425-1122 जारी किया है, जिस पर लोग किसी भी प्रकार की सहायता के लिए संपर्क कर सकते हैं। हर जिले में कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है ताकि तुरंत प्रतिक्रिया दी जा सके।


मुख्यमंत्री ने एक और बात कही जो दिल को छू लेने वाली थी –

“राजनीति का असली मकसद तब पूरा होता है जब जनता को संकट में सरकार सबसे पहले दिखाई दे।”


वहीं मौसम विभाग ने अगले 48 घंटों के लिए भी भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे अफवाहों से बचें और सोशल मीडिया पर केवल अधिकृत जानकारी ही साझा करें।


इस घटना ने न सिर्फ एक मां की ममता को सामने लाया, बल्कि एक संवेदनशील नेतृत्व की छवि भी प्रस्तुत की। जब नेता जमीन पर उतरकर जनता से मिलते हैं, तो भरोसा और भी मजबूत होता है।