गुजरात में 15 जून 2025 को गर्मी ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए। अहमदाबाद, राजकोट, सूरत, और वडोदरा जैसे शहरों में दिन का तापमान 47 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। भीषण लू और गर्म हवाओं के कारण जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हो गया है।
इसके साथ ही प्रदेश के कई इलाकों में बिजली की कटौती और पानी की गंभीर किल्लत ने लोगों की परेशानियां और बढ़ा दी हैं।
गर्मी के चलते अस्पतालों में हीट स्ट्रोक के मामलों में तेजी आई है। अकेले अहमदाबाद में पिछले 24 घंटे में 300 से अधिक लोग लू से प्रभावित होकर अस्पताल पहुंचे। डॉक्टर्स ने नागरिकों से दोपहर के समय बाहर न निकलने और अधिक पानी पीने की अपील की है।
🔌 बिजली संकट: लोड शेडिंग से परेशान लोग
गुजरात में जैसे ही गर्मी ने तेवर दिखाए, वैसे ही बिजली की मांग आसमान छूने लगी। नतीजतन, कई शहरों और गांवों में बिना पूर्व सूचना के 3 से 5 घंटे तक बिजली गायब हो रही है। खासकर ग्रामीण इलाकों में हालात और बिगड़े हुए हैं, जहां दिनभर में 8 से 10 घंटे तक बिजली न होने से लोग पसीने से तर-बतर हो रहे हैं। पंखे, कूलर और मोबाइल चार्ज तक की सुविधा ना मिलने से जनजीवन अस्त-व्यस्त है।
इस मुद्दे पर Gujarat Urja Vikas Nigam Limited (GUVNL) के अधिकारियों का कहना है कि तेज गर्मी के कारण बिजली ग्रिड पर भारी लोड पड़ रहा है। सरकार ने तत्काल प्रभाव से सभी बिजली संयंत्रों को पूरी क्षमता के साथ चलाने और सौर ऊर्जा जैसे विकल्पों को तेजी से बढ़ाने के निर्देश जारी कर दिए हैं।
🚱 पानी की किल्लत ने बढ़ाई चिंता
भीषण गर्मी के कारण जलस्रोत सूखने लगे हैं। कई तालुका और गांवों में पानी की सप्लाई हफ्ते में केवल दो बार हो रही है। टैंकर से पानी भरने के लिए लोगों को घंटों इंतजार करना पड़ रहा है। महिलाओं को दूर-दूर तक पानी के लिए जाना पड़ता है। अहमदाबाद के बाहरी इलाकों, कच्छ और बनासकांठा में स्थिति बेहद गंभीर बनी हुई है।
पानी की भारी किल्लत के बीच कुछ जिलों में हालात इतने बिगड़ गए हैं कि राज्य सरकार को जल संकट को आपात स्थिति घोषित करनी पड़ी। लोगों को पीने तक का पानी मिलना मुश्किल हो गया है। हालात संभालने के लिए सेना के टैंकर गांव-गांव पहुंचाए जा रहे हैं, लेकिन भीड़ और प्यास का तनाव हर जगह साफ नजर आ रहा है।
सरकार ने नर्मदा कैनाल और सरदार सरोवर डैम से ज्यादा पानी छोड़ने की कोशिश जरूर की है, लेकिन वो राहत सिर्फ कागजों में नजर आ रही है — जमीनी स्तर पर अब तक कोई ठोस असर महसूस नहीं हुआ है।
🏛 सरकार की प्रतिक्रिया और राहत प्रयास
मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने एक आपात समीक्षा बैठक में अधिकारियों को निर्देश दिया है कि बिजली और पानी की सप्लाई को प्राथमिकता दी जाए। स्वास्थ्य विभाग को अस्पतालों में विशेष वार्ड तैयार रखने और लू पीड़ितों के इलाज की पूरी व्यवस्था सुनिश्चित करने के आदेश दिए गए हैं।
गर्मी ने हालात ऐसे बना दिए हैं कि सरकार को अब लोगों की सीधी मदद के लिए एक खास हेल्पलाइन नंबर जारी करना पड़ा है। जिन घरों में कई घंटे से पानी नहीं आ रहा, जहां बिजली कटने से बुजुर्गों और बच्चों की तबीयत बिगड़ रही है — वे अब सीधे कॉल कर अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं। इधर, स्कूलों में बच्चों की तबीयत बिगड़ने की खबरों के बाद अब छुट्टियां बढ़ाने पर भी गंभीर चर्चा चल रही है, ताकि बच्चे इस झुलसाती गर्मी से बचे रह सकें।
🌡 मौसम विभाग की चेतावनी
IMD (भारतीय मौसम विभाग) ने अगले 3 दिनों तक गुजरात में लाल चेतावनी जारी की है। तापमान 45 डिग्री से ऊपर रहने और लू चलने की संभावना है। लोगों को सावधान रहने और जल से भरपूर भोजन लेने की सलाह दी गई है।