उत्तर भारत में मानसून ने ज़ोरदार दस्तक दी है, और इसके साथ ही दिल्ली, उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, बिहार और उत्तराखंड में भारी बारिश और तेज़ हवाओं का सिलसिला जारी है। मौसम विभाग (IMD) ने आगामी 48 घंटों के लिए रेड और ऑरेंज अलर्ट जारी कर दिया है।
दिल्ली में गुरुवार रात से शुरू हुई बारिश शुक्रवार सुबह तक जारी रही, जिससे कई इलाकों में जलभराव और ट्रैफिक जाम की स्थिति बन गई। सड़कों पर गाड़ियों की लंबी कतारें और पेड़ों के गिरने की घटनाएं भी सामने आईं।
☔ क्या कहता है मौसम विभाग?
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, मानसून इस बार सामान्य समय से पहले उत्तर भारत पहुंच गया है।
दिल्ली-NCR और उत्तर भारत में मॉनसून के प्रचंड तेवर
IMD के अनुसार, बंगाल की खाड़ी से उठ रही नमी और पश्चिमी विक्षोभ के टकराव से राजधानी समेत उत्तर भारत के कई हिस्सों में भारी बारिश रिकॉर्ड की जा रही है।
IMD के वरिष्ठ मौसम विशेषज्ञ आर. के. जैन ने कहा, “वायुमंडलीय असंतुलन और आर्द्रता का मेल इन क्षेत्रों में तीव्र वर्षा का कारण बन रहा है।”
👉IMD के पूर्वानुमान के अनुसार, दिल्ली में आगामी 72 घंटों तक आसमान भारी बादलों से ढका रहेगा और बारिश की गतिविधियाँ बनी रहेंगी।
🚨 प्रभावित राज्य और मौजूदा हालात (Updated Format):
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उत्तर प्रदेश: लखनऊ, कानपुर, प्रयागराज, और वाराणसी में भारी बारिश के कारण कई इलाकों में पानी भर गया है। प्राथमिक और माध्यमिक स्कूल एहतियातन बंद कर दिए गए हैं।
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उत्तराखंड: देहरादून और ऋषिकेश के आसपास अचानक बारिश की तीव्रता बढ़ने की चेतावनी जारी की गई है। चारधाम यात्रा फिलहाल सुरक्षा कारणों से रोक दी गई है।
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बिहार: पटना, गया और भागलपुर में प्रमुख नदियाँ खतरे के निशान के बेहद करीब पहुंच गई हैं। जिला प्रशासन ने तटीय इलाकों में अलर्ट जारी किया है।
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पंजाब और हरियाणा: खेतों में पानी भरने से किसानों को नुकसान की आशंका।
राज्य सरकारों ने आपदा प्रबंधन टीमें (NDRF) तैनात कर दी हैं और सभी जिलों में कंट्रोल रूम एक्टिव कर दिए गए हैं।
🧑🌾 किसानों और आम लोगों पर असर
जहाँ एक ओर बारिश से तापमान में राहत मिली है, वहीं दूसरी ओर किसानों को चिंता सताने लगी है। खेतों में पानी भरने से फसलों को नुकसान का खतरा है। कई इलाकों में बिजली गुल होने और नेटवर्क ठप होने की भी खबरें हैं।
स्थानीय प्रशासन ने नागरिकों से अपील की है कि खराब मौसम को देखते हुए घरों में ही रहें, और किसी भी संकट की स्थिति में आपदा नियंत्रण केंद्र के हेल्पलाइन नंबर 1078 पर सहायता लें।
🛑 अलर्ट और सावधानियाँ
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मोबाइल पर मौसम की जानकारी अपडेट रखें।
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"कमज़ोर इलाकों में रहने वाले लोग एहतियातन ऊँचे और सुरक्षित स्थानों पर चले जाएं।"
स्कूल-कॉलेज बंद रखने के निर्देश।
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"यातायात विभाग ने भीड़भाड़ से बचने के लिए नए वैकल्पिक मार्गों की घोषणा की है।
📣 सरकार की तैयारियाँ
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्थिति पर नजर रखने के लिए सभी मुख्य सचिवों से रिपोर्ट मांगी है। गृह मंत्रालय ने प्रभावित राज्यों को हरसंभव मदद का भरोसा दिया है। राहत सामग्री और मेडिकल टीमें भेजी जा रही हैं।